tag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post560485629917593975..comments2024-03-12T00:43:05.067-07:00Comments on ज्ञानवाणी: द्रव्यवती नदी का अमानीशाह नाला हो जाना ...वाणी गीतhttp://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-91710134766526613812012-09-18T03:27:26.174-07:002012-09-18T03:27:26.174-07:00द्रव्यवती नदी...?? आश्चर्य !!! पहली बार सुना...
...द्रव्यवती नदी...?? आश्चर्य !!! पहली बार सुना...<br /><br />यूँ द्रव्य की चाह में जिस प्रकार नदियों को नाले में बदला जा रहा है, समय बताएगा कि किसने किसको कितना छला और क्या पाया है.. <br />रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-65400445974641481562012-09-11T12:47:15.400-07:002012-09-11T12:47:15.400-07:00हम्म!हम्म!Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-11858340100387882602012-09-08T05:42:48.905-07:002012-09-08T05:42:48.905-07:00@ समस्या जल के संग्रह और निकास की सही व्यवस्था नही...@ समस्या जल के संग्रह और निकास की सही व्यवस्था नहीं होना ही है <br />- यही हाल है पूरे देश में - समस्या वही, सरकार और प्रशासन के नकारेपन की। द्रव्यवती नदी के बारे में जानना अच्छा लगा।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-73598289976312627672012-09-08T04:01:05.107-07:002012-09-08T04:01:05.107-07:00अच्छा द्रव्यवती नदी थी वहां! शायद सरस्वती नदी घाटी...अच्छा द्रव्यवती नदी थी वहां! शायद सरस्वती नदी घाटी की अंतिम अवशेष! Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-63507576725601825102012-09-05T10:21:10.664-07:002012-09-05T10:21:10.664-07:00लेख के दोनों भाग का अपना-अपना महत्व है।
पहले भाग म...लेख के दोनों भाग का अपना-अपना महत्व है।<br />पहले भाग में आपकी लेखनी की फुहार रस में अभी भींग ही रहे थे कि दूसरे भाग के सैलाव ने हमें बहुत कुछ सोचने पर विवश कर दिया। अच्छे और व्यवस्थित शहरों में भी आपात स्थिति के प्रबंधन का अभाव बेशक हमें चिंता में डालता है। कुछ ही सप्ताह पहले जयपुर गया था। शहर की व्यवस्था और रखरखाव देख कर लगा कि यह है आदर्श शहर। वहां के लोगों से सुना कि पूरे मौसम में सिर्फ़ तीन दिन बारिश हुई है। लेकिन इस बार तो इन्द्र देवता ने मेहरबानी ऐसी की कि चारों तरफ़ जल प्लावन ही नज़र आने लगा।<br />लेख के पहले भाग में आपकी रोचक शैली पढ़कर यह गुजारिश करने का मन तो बन ही गया है कि इस विधा मे आप आगे भी हमें प्पढ़ने की सामग्री प्रस्तुत करें।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-55916116319707378972012-09-05T09:07:24.144-07:002012-09-05T09:07:24.144-07:00हमारे घर से थोड़ी दूर पर ही एक 'मीठी नदी' ...हमारे घर से थोड़ी दूर पर ही एक 'मीठी नदी' बहती थी ...कभी मॉर्निंग वाक पर उस तरफ जाते हुए, सहेली उसकी खूबसूरती बयाँ करती है तो विश्वास करना मुश्किल हो जाता है...अब वो एक गंदे नाले में तब्दील हो चुकी है.rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-43443476417186906372012-09-05T03:03:18.993-07:002012-09-05T03:03:18.993-07:00kewal jaipur hi nahi sabhi shahar yahan tak ki des...kewal jaipur hi nahi sabhi shahar yahan tak ki desh ki raajdhani bhi jalbharaav ki samasya se joojh rahi hai. netaon ki to baat hi chhod dijiye kuchh kahna bekar hai becharon ko fursat nahi hai apni tijoriyan bharne se fir agle chunav me mauka mile n mile.<br /><br />is post ko padh kar jaipur jaise sunder shahar ki yaade to taza ho gayi lekin bheetri jaipur ki gandgi bhi aankho k aage tair gayi.<br /><br />अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-36032696931865539592012-09-05T01:11:03.916-07:002012-09-05T01:11:03.916-07:00नदियां नाले बनती जा रही हैं .... बारिश पर लिखी चुट...नदियां नाले बनती जा रही हैं .... बारिश पर लिखी चुटीले अंदाज़ में पोस्ट लेकिन गहन मुद्दा उठाया है । पानी के निकास की व्यवस्था सही हो यह बहुत ज़रूरी है साथ ही पानी का संरक्षण भी । <br />उम्दा पोस्ट संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-56611358012679119312012-09-04T19:24:16.991-07:002012-09-04T19:24:16.991-07:00बढि़या निभा है प्रवाह.बढि़या निभा है प्रवाह.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-28709745016640442872012-09-04T17:07:29.778-07:002012-09-04T17:07:29.778-07:00सच है ऐसी लापरवाही घातक ही हैं..... जयपुर याद आया ...सच है ऐसी लापरवाही घातक ही हैं..... जयपुर याद आया पोस्ट पढ़कर .... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-3338996737533912382012-09-04T11:27:50.233-07:002012-09-04T11:27:50.233-07:00प्रवीन जी सही कह्ते हैं, जब हदें तोड़ने पर आये हम ...प्रवीन जी सही कह्ते हैं, जब हदें तोड़ने पर आये हम भी तभी नदी मानते हैं वरना तो कचरा फ़ेंकने की जगह बनकर रह गई हैं नदियां।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-39564943134290586932012-09-04T10:15:23.729-07:002012-09-04T10:15:23.729-07:00पानी के निकास की व्यवस्था?
कहीं हो तो भी ,पॉलीथीन ...पानी के निकास की व्यवस्था?<br />कहीं हो तो भी ,पॉलीथीन फेंक-फेंक कर,नालियाँ पाट दी जाती हैं !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-79383097105310019662012-09-04T05:32:08.921-07:002012-09-04T05:32:08.921-07:00Yahan bhi varsha rani deri se aayi hain is baar, k...Yahan bhi varsha rani deri se aayi hain is baar, kintu khoob dhoom ke saath...<br />Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-12539486409461981012012-09-04T02:47:33.753-07:002012-09-04T02:47:33.753-07:00बारिश में ही सही, नदी दिखती तो है..बारिश में ही सही, नदी दिखती तो है..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-40463242306909867852012-09-04T00:43:52.420-07:002012-09-04T00:43:52.420-07:00पूरी दुनिया में ही बदलाव आ रहा है मौसम में ... समय...पूरी दुनिया में ही बदलाव आ रहा है मौसम में ... समय रहते व्यवस्था में सुधार लाने की जरूरत है ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-34227266101386764032012-09-03T22:17:19.653-07:002012-09-03T22:17:19.653-07:00 भारी बारिश के समय कुछ दिन सुगबुगाहट होती है और फि... भारी बारिश के समय कुछ दिन सुगबुगाहट होती है और फिर वही ढ़ाक के तीन पात. <br />बिल्कुल सही कहा ... हर जगह का हाल यही है ... <br />बेहतरीन प्रस्तुति के लिए आभारसदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-24598625605413304372012-09-03T21:50:48.554-07:002012-09-03T21:50:48.554-07:00कहीं धूप तो कहीं छाँव !. निकास की व्यवस्था तो कई ज...कहीं धूप तो कहीं छाँव !. निकास की व्यवस्था तो कई जगह सही नहीं , हर साल परेशानियां होती हैं , कुछ ख़बरें - और दूसरा मौसम रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-29229123333160936252012-09-03T21:38:19.030-07:002012-09-03T21:38:19.030-07:00जब तक समस्या नहीं आती उसके निराकरण का रास्ता तलाश ...जब तक समस्या नहीं आती उसके निराकरण का रास्ता तलाश नहीं किया जाता। अब बारिश ने चेतावनी दे दी है कि जल की निकासी का रास्ता प्रशासन को बनाना पड़ेगा। जल न होने से नदिया मर जाती हैं उनका अस्तित्व ही समाप्त हो जाता है। अभी यहाँ मुसलाधार बारिश हो रही है।ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.com