tag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post2237158888618734442..comments2024-03-12T00:43:05.067-07:00Comments on ज्ञानवाणी: दुष्ट महान हैं ...........वाणी गीतhttp://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-53295438374506344162010-04-09T19:03:15.414-07:002010-04-09T19:03:15.414-07:00शीर्षक लिखा है.. 'दुष्ट महान हैं'..और उनकी...शीर्षक लिखा है.. 'दुष्ट महान हैं'..और उनकी दुष्टता का बखान कर दिया है नीचे ! <br />शीर्षक के सौन्दर्य पर ही ठहरूँगा ..! खेचरी मुद्रा है यह ! दुष्ट महान हैं.. कह कर कैसे सुन्दर भेद के बाण चला दिए हैं आपने ! खुल रही है उनकी कलई..पर दुष्ट आपका शीर्षक देखकर तो मुग्ध हुआ बैठा होगा ! बाबा की शैली है यह ! मधु और दंश की शैली ! <br /><br />यह तरीका है अदृश्य उपहास का ! यह सम्मुख प्रहार तो नहीं करता पर शत्रु को निरस्त्र कर देता है ! <br /><br />यह हवा भरना है, फिर काँटा चुभा देना है ! मतलब ..पहले वायु विकार, फिर खट्टी डकार ! मतलब साफ है..आप कहती हैं, 'दुष्ट महान हैं', ध्वनि आती है..'महान दुष्ट हैं'! <br /><br />बाबा को नमन !Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-89337006120102317892010-03-28T18:02:51.438-07:002010-03-28T18:02:51.438-07:00वाह अद्भुत -स्नेहाशीष !वाह अद्भुत -स्नेहाशीष !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-20305522292192196482010-03-27T20:48:27.730-07:002010-03-27T20:48:27.730-07:00आदरणीय बहन ..भारत की श्रेष्ठ वाणी को आप विश्व के स...आदरणीय बहन ..भारत की श्रेष्ठ वाणी को आप विश्व के सामने प्रस्तुत कर रही है..समस्त भारतीय परम्परा की और से मैं आपका धन्यवाद करता हूँAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-30837614181720583492010-03-27T01:46:30.225-07:002010-03-27T01:46:30.225-07:00क्या कहूँ....आपकी अभिरुचि,चिंतन और अभिव्यक्ति मुझे...क्या कहूँ....आपकी अभिरुचि,चिंतन और अभिव्यक्ति मुझे स्वतः ही आपके सम्मुख नतमस्तक कर देती है और ह्रदय से अपने आप ही आपके लिए मान और शुभकामना निकलती है....<br />प्रभु सदा आपपर अपनी कृपादृष्टि और प्रेम बनाये रखें...आपके चित्त को सदा अपने में रमाये रखें...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-67544379435876857062010-03-25T09:34:49.251-07:002010-03-25T09:34:49.251-07:00बहुत सुंदर लगी आज की यह बाते, अब देखता हुं मुझ मै ...बहुत सुंदर लगी आज की यह बाते, अब देखता हुं मुझ मै कितने चिंह है दुष्टो के, ओर फ़िर उन्हे दुर करता हूं, सच मै आप ने आईना दिखा दिया.<br />धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-12906737436793354622010-03-25T08:36:02.046-07:002010-03-25T08:36:02.046-07:00badhiya gyanvardhak post....sochenge.....badhiya gyanvardhak post....sochenge.....अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-80234695734206688442010-03-25T04:30:44.240-07:002010-03-25T04:30:44.240-07:00bahut achhi dushto ki vykhya .?iske phle bhi maine...bahut achhi dushto ki vykhya .?iske phle bhi maine tippni post ki hai kya koi samsya haiशोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-3893040914532055282010-03-25T04:00:53.609-07:002010-03-25T04:00:53.609-07:00हां, तुलसी ने यह प्रसंग बहुत मन से लिखा है।
पर यह ...हां, तुलसी ने यह प्रसंग बहुत मन से लिखा है।<br />पर यह भी है कि क्या मन से नहीं लिखा?!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-44076678428268750182010-03-25T03:30:38.939-07:002010-03-25T03:30:38.939-07:00बहुत सुंदर, आपने रामायण रूपी समुद्र से मोती चुनकर ...बहुत सुंदर, आपने रामायण रूपी समुद्र से मोती चुनकर लोक कल्याणार्थ प्रस्तुत किये. साधुवाद.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-88191205952876860682010-03-25T02:55:52.715-07:002010-03-25T02:55:52.715-07:00आह आज तो आपने न जाने कितने बरसों का छूटा काम पूरा ...आह आज तो आपने न जाने कितने बरसों का छूटा काम पूरा करा दिया...इतने अच्छे प्रेरणा प्रद दोहे..बहुत अच्छा लगा पढ़कर.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-51485790424192545162010-03-25T02:40:35.090-07:002010-03-25T02:40:35.090-07:00ये तो आपने एक तरह का सार दिया है संस्कारों का , दु...ये तो आपने एक तरह का सार दिया है संस्कारों का , दुष्ट यानि शैतान का ज्ञान ....... अलग प्रयासरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-27612287342666882952010-03-24T23:56:27.496-07:002010-03-24T23:56:27.496-07:00बहुत ही अच्छा लगा,रामायण पाठ...सच सबकुछ तो हमारे प...बहुत ही अच्छा लगा,रामायण पाठ...सच सबकुछ तो हमारे पुरातन कवि सीखा ही गए हैं...हम ही आँखें मूंदे रहते हैं...सच्चाई से उनका अवलोकन करें तो हमें ही लाभ होगा...<br />बहुत ही सुन्दर सुन्दर मोती चुन कर लाई हो.....ऐसे ही हमें परिचित कराती रहो....इन उत्कृष्ट रचनाओं से ....हम अपनी व्यस्ततम(या फिर आलस्यवश) जिंदगी में जिनका रसास्वादन करने से चूक जाते हैं...बहुत बहुत शुक्रियाrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-11311735755577300132010-03-24T23:06:27.032-07:002010-03-24T23:06:27.032-07:00बहुत सुन्दर पोस्ट है. बहुत धन्यवाद आपका.
हमारी सं...बहुत सुन्दर पोस्ट है. बहुत धन्यवाद आपका.<br /><br />हमारी संस्कृति में ही शान्ति निहित है. बस अनुसरण करने की जरुरत है.Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-5141190409476723542010-03-24T22:47:11.802-07:002010-03-24T22:47:11.802-07:00कुछ दोहे आज ही सुबह पढे थे ……………………।बहुत बढिया लिख...कुछ दोहे आज ही सुबह पढे थे ……………………।बहुत बढिया लिखा है ।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-87182761726037432272010-03-24T21:49:20.919-07:002010-03-24T21:49:20.919-07:00कितना व्यक्तिगत अनुभव था महाकवि को इन/ऐसे दुष्टों ...कितना व्यक्तिगत अनुभव था महाकवि को इन/ऐसे दुष्टों का !<br />अच्छा लगा पढ़कर ,<br />कविताओं की टाइपिंग में बड़ी गलतियाँ दिखीं , न होतीं तो बेहतर होता ! आभार !Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-66202303408395313142010-03-24T20:44:13.613-07:002010-03-24T20:44:13.613-07:00वाणी,
अच्छा लगा देखकर कि आपने बहुत अच्छे तरीके से ...वाणी,<br />अच्छा लगा देखकर कि आपने बहुत अच्छे तरीके से रामायण का पाठ किया...न सिर्फ़ पढ़ा उसे गुना और आत्मसात किया...और जो दुष्ट (पुराण) आप लायी हैं...राम चरित मानस से ...काफी मदद करेगी ऐसे लोगों को पहचानने में....स्वयं में भी अगर कोई कमी होगी तो उसे हम दूर करने कि कोशिश करेंगे...बहुत ही उपयोगी जानकारी...<br />मन बहुत हर्षित हुआ आज कि पोस्ट पढ़ कर सच्ची....<br />बहुत दिनों बाद नज़र आयीं हैं आप ...और आपके आते ही उजाला हो गया...<br />आभारी हूँ (भारी नहीं हूँ)...<br />हाँ नहीं तो...!! :)स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-70511646741836185542010-03-24T20:09:56.464-07:002010-03-24T20:09:56.464-07:00सुंदर, सत्य और सार्थक विचार....प्रस्तुति के लिए आभ...सुंदर, सत्य और सार्थक विचार....प्रस्तुति के लिए आभारविनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-53153826179719603782010-03-24T20:03:06.010-07:002010-03-24T20:03:06.010-07:00aap sahi kahti hain...
dusht mahaan hain...aap sahi kahti hain...<br /><br />dusht mahaan hain...manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-9389951250546743252010-03-24T19:54:13.445-07:002010-03-24T19:54:13.445-07:00आपने गंभीर पाठिका की तरह रामायण पढ़ कर आज दुष्टों क...आपने गंभीर पाठिका की तरह रामायण पढ़ कर आज दुष्टों की विशेषता से परिचय करा दिया है....आत्म अवलोकन के लिए अच्छी पोस्ट....बधाईसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-39973845616123508562010-03-24T19:12:13.876-07:002010-03-24T19:12:13.876-07:00आज की पोस्ट से मन गद-गद हो गया .
गोस्वामी जी का श्...आज की पोस्ट से मन गद-गद हो गया .<br />गोस्वामी जी का श्री राम चरित मानस तो ऐसे न जाने कितने अमूल्य रत्नों से भरा है ,इस पोस्ट हेतु बहुत धन्यवाद .डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-65664361702547954842010-03-24T18:11:29.844-07:002010-03-24T18:11:29.844-07:00रामचरित मानस तो अद्भुत है. ऐसे ही तमाम मोती भरे पड...रामचरित मानस तो अद्भुत है. ऐसे ही तमाम मोती भरे पड़े हैं उसमें. आप ढूँढ़कर ऐसे ही मोती ले आयीं हैं. दुष्टों का ऐसा वर्णन पढ़कर आनंद आ गया.aradhanahttp://draradhana.wordpress.comnoreply@blogger.com