tag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post382801961594640699..comments2024-03-12T00:43:05.067-07:00Comments on ज्ञानवाणी: गरीबनवाज श्री रघुनाथ ...रामचरितमानस से कुछ चौपाईँयां ...वाणी गीतhttp://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-15452983970680967432010-10-20T04:36:59.946-07:002010-10-20T04:36:59.946-07:00मुझे लगता है जिस सुख श्रोत के संधान में व्यक्ति अप...मुझे लगता है जिस सुख श्रोत के संधान में व्यक्ति अपने को जीवन भर पचाता खपाता रहता है,उसके सूत्र रामायण में,गीता में हजारों वर्ष पहले ही सविस्तार व्याख्यायित कर दिए गए...पर लोग उसे पुराना मान आगे निकल जाना ही बेहतर समझते हैं और जीवन भर पड़े रहते हैं पंक में हाथ पैर मारते हुए..<br /><br />रामचरित मानस तो ऐसा सागर है,जिसमे जितनी बार गोता लगाया जाय उतनी बार भर भर हाथ मोती लेकर बाहर निकल सकता है आदमी और अपने हर सांस के साथ जीवन के अंतिम क्षण तक भी यदि डुबकी मार मोती निकालता रहे तो भी उस भण्डार से एक बूँद नहीं घटा सकता ...<br /><br />आपका कोटिशः आभार इस अनुपम प्रस्तुति के लिए.!!!!रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-42721935081008281922010-10-19T04:40:16.907-07:002010-10-19T04:40:16.907-07:00तुलसी कृत रामचरितमानस तो एक विश्वकोष है , जो भी ग...तुलसी कृत रामचरितमानस तो एक विश्वकोष है , जो भी ग्रहण करना चाहो मिल जाता हैDr.Aditya Kumarhttps://www.blogger.com/profile/01722871928993772254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-49473424566752771702010-10-15T23:12:06.920-07:002010-10-15T23:12:06.920-07:00अति सुंदर, दुर्गा नवमी एवम दशहरा पर्व की हार्दिक ब...अति सुंदर, दुर्गा नवमी एवम दशहरा पर्व की हार्दिक बधाई एवम शुभकामनाएं.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-46665846746688626102010-10-15T11:16:19.268-07:002010-10-15T11:16:19.268-07:00बहुत सुन्दर ... धन्यवाद !
यहाँ भी पधारे
हे माँ दु...बहुत सुन्दर ... धन्यवाद !<br />यहाँ भी पधारे <br /><a href="http://kavyamanjusha.blogspot.com/" rel="nofollow">हे माँ दुर्गे सकल सुखदाता</a>रानीविशालhttps://www.blogger.com/profile/15749142711338297531noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-56752472565181951722010-10-15T08:18:30.083-07:002010-10-15T08:18:30.083-07:00अति सुन्दर,आप तो धीरे धीरे मुझे पुरी रामायण पढवा द...अति सुन्दर,आप तो धीरे धीरे मुझे पुरी रामायण पढवा देगी, मैने कभी पढी ही नही, थोडी बहुत सुनी हे, धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-91332782606429995682010-10-15T04:01:51.106-07:002010-10-15T04:01:51.106-07:00नवरात्रि पर इतनी मेहनत से इन चौपाइयों को प्रस्तुत ...नवरात्रि पर इतनी मेहनत से इन चौपाइयों को प्रस्तुत करने का दिल से शुक्रिया..<br />तुम्हारा यह कार्य अत्यंत स्तुतीय हैrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-5858685626351961302010-10-15T03:49:33.710-07:002010-10-15T03:49:33.710-07:00तुलसीदास की चौपाई तो हर युग में सार्थक है!तुलसीदास की चौपाई तो हर युग में सार्थक है!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-73124101763733293512010-10-15T02:44:43.389-07:002010-10-15T02:44:43.389-07:00बहुत अच्छा लगा पढ़कर।बहुत अच्छा लगा पढ़कर।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-60904428914592148222010-10-15T00:29:51.925-07:002010-10-15T00:29:51.925-07:00बहुत सुन्दर ……………आभार्।बहुत सुन्दर ……………आभार्।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-16721382994052200142010-10-14T21:53:16.849-07:002010-10-14T21:53:16.849-07:00बहुत सुन्दर। बधाई।बहुत सुन्दर। बधाई।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-85153243839238349312010-10-14T19:54:05.274-07:002010-10-14T19:54:05.274-07:00श्रीरामचरितमानस से सुंदर भावपूर्ण प्रसंगों का चयन....श्रीरामचरितमानस से सुंदर भावपूर्ण प्रसंगों का चयन...आज के युग में मानस की ये सूक्तियां बार बार पठनीय और अनुकरणीय हैं।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-40191464501778647372010-10-14T19:44:50.675-07:002010-10-14T19:44:50.675-07:00सुबह सुबह गरीबनवाज श्री रघुनाथ ...रामचरितमानस से क...सुबह सुबह गरीबनवाज श्री रघुनाथ ...रामचरितमानस से कुछ चौपाईँयां ... पढना बेहद सुखद लगा....<br />regardsseema guptahttps://www.blogger.com/profile/02590396195009950310noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-66951755907211376472010-10-14T19:36:36.919-07:002010-10-14T19:36:36.919-07:00बड़ी ई की मात्राएँ अनावश्यक रूप से आयी हैं -उन्हें ...बड़ी ई की मात्राएँ अनावश्यक रूप से आयी हैं -उन्हें कृपया सुधारे -प्रथम चौपाई ख़ास तौर पर !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-67176360004412580202010-10-14T18:39:02.679-07:002010-10-14T18:39:02.679-07:00अति सुन्दर, बहुत बढ़िया भाव, धन्यवाद!अति सुन्दर, बहुत बढ़िया भाव, धन्यवाद!Dr.J.P.Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/10480781530189981473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-42124656550040781552010-10-14T18:20:46.804-07:002010-10-14T18:20:46.804-07:00अति सुन्दर, धन्यवाद!अति सुन्दर, धन्यवाद!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.com