tag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post4429926895316480431..comments2024-03-12T00:43:05.067-07:00Comments on ज्ञानवाणी: द्विरागमन ....(3)वाणी गीतhttp://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-39087962280534452512014-08-26T16:35:16.618-07:002014-08-26T16:35:16.618-07:00कौन हमारे जीवन में आकर थोडे समय के लिये ही सही उसक...कौन हमारे जीवन में आकर थोडे समय के लिये ही सही उसका हिस्सा बन जाता है। नायिका से लेकर पत्नी तक।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-24709010950270828472014-08-02T05:37:17.442-07:002014-08-02T05:37:17.442-07:00प्रेम - अनमनी नायिका से उलझ सुलझकर मुझ तक आ गया
म...प्रेम - अनमनी नायिका से उलझ सुलझकर मुझ तक आ गया <br />मैं उलझ गई <br />प्रेम से बेहतर कोई ख्वाब नहीं <br />एक नहीं, सात नहीं - अनगिनत रंग <br />प्रेम से ही इठलाना, रूठना,बेचैन होना आता है <br />प्रेम हँसाता है - बेबात <br />तो प्रेम जाने कितनी बात पर रुलाता है !!!रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-15423696333378462142014-08-01T07:51:22.805-07:002014-08-01T07:51:22.805-07:00कहानी की परतें खुल रही हैं ...रोचकता बनी हुई है .
...कहानी की परतें खुल रही हैं ...रोचकता बनी हुई है .<br />rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-8947296490013569952014-07-25T07:15:38.458-07:002014-07-25T07:15:38.458-07:00सैनिकों के जीवन का अध्याय खुला, बहुत कुछ बाकी है अ...सैनिकों के जीवन का अध्याय खुला, बहुत कुछ बाकी है अभी कहानी में लगता है. नयिका का चरित्र अभी तक रहस्य लग रहा है.<br />कुल मिलाकर जागरूकता बनाए हुए है कहानी.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-66761620401120272872014-07-25T01:06:01.257-07:002014-07-25T01:06:01.257-07:00बहुत सुंदर प्रवाह के साथ कहानी आगे बढ़ रही है ! जीव...बहुत सुंदर प्रवाह के साथ कहानी आगे बढ़ रही है ! जीवन के प्रति नायक का नज़रिया एक सैनिक की मानसिकता के अनुकूल ही है और नायिका आत्माभिमान से भरी एक कस कर गाँठ लगाई हुई पोटली सी प्रतीत होती है ! ये दोनों कब खुल कर पाठकों के सामने आयेंगे प्रतीक्षा रहेगी ! रोचक कहानी ! Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-40302413840501114052014-07-24T02:48:31.392-07:002014-07-24T02:48:31.392-07:00रोचकता के साथ क्रमश: बढ़ती कहानी .... अच्छी लगी रोचकता के साथ क्रमश: बढ़ती कहानी .... अच्छी लगी सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-14020065355543847162014-07-23T07:26:24.997-07:002014-07-23T07:26:24.997-07:00पिछला अंक भी जो नहीं पढ़ पाया था आज पढ़ा...कहानी का ...पिछला अंक भी जो नहीं पढ़ पाया था आज पढ़ा...कहानी का शिल्प, भाव और चरित्र चित्रण दिल को छू गया...बहुत प्रभावी और सुन्दर Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-26316520220893066632014-07-23T01:15:35.196-07:002014-07-23T01:15:35.196-07:00सैनिकों के जीवन में छुट्टियाँ उनकी पूरी एक उम्र हो...सैनिकों के जीवन में छुट्टियाँ उनकी पूरी एक उम्र होती है। कब जाने कौन सी छुट्टी उनके जीवन की आखिरी हो जाए , उस छुट्टी के बाद कभी लौट नहीं पाए जीवन। हर जवान जी लेना चाहता है उन पलों को यादगार लम्हों की तरह.…… बिलकुल सही बात है … ,,जीवन बन्दूक की नोंक पर जो होता है। . बहुत बढ़िया कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-57832226224986924792014-07-23T01:07:31.264-07:002014-07-23T01:07:31.264-07:00बहुत रोचक ढंग है सैनिक और स्त्री के माध्यम से जीवन...बहुत रोचक ढंग है सैनिक और स्त्री के माध्यम से जीवन की कथा प्रस्तुत करने का..Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-26450313746561304452014-07-23T00:11:14.120-07:002014-07-23T00:11:14.120-07:00कहानी में अभी भी सस्पेंस का तत्व समाया हुआ है... क...कहानी में अभी भी सस्पेंस का तत्व समाया हुआ है... कुछ खुलता है और बहुत कुछ छुपा रह जाता है...!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-54338853573324212022014-07-23T00:07:50.176-07:002014-07-23T00:07:50.176-07:00कहानी में कई क्षण बहुत ही गहरी बात को सहज ही कहे ग...कहानी में कई क्षण बहुत ही गहरी बात को सहज ही कहे गए लगते हैं जो जीवन की वाताविकता के कितने करीब हैं जैसे <br />"सैनिकों के जीवन में छुट्टियाँ उनकी पूरी एक उम्र होती है" ...<br />"मैं उसे ही प्रेम मानती हूँ जो जिम्मेदारी बन जाता है"...<br />प्रेम सच में क्या है ... समझना मुश्किल ही है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-10243409187638203232014-07-22T23:26:48.779-07:002014-07-22T23:26:48.779-07:00संगीता स्वरुप जी की मेल से प्राप्त टिप्पणी -
सैनि...संगीता स्वरुप जी की मेल से प्राप्त टिप्पणी - <br />सैनिक के जीवन की कथा का आरम्भ हुआ उसके जीवन के अतीत के कुछ पन्ने खुलने की उम्मीद थी पर क्रमश: आ गया . नायिका का भी दर्द खुल कर सामने नहीं आया है . कसी हुई पटकथा रोचकता बनाये हुए है . पाठक कयास लगाने पर मजबूर हो जाता है कि आगे क्या होगा ... वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-58173220174570565852014-07-22T21:49:37.966-07:002014-07-22T21:49:37.966-07:00"मै उसे ही प्रेम मानती हूँ जो जिम्मेदारी बन ज..."मै उसे ही प्रेम मानती हूँ जो जिम्मेदारी बन जाती है"<br />गौर से देखा जाय या स्वीकारा जाय तो बहुत स्त्रियाँ प्रेम का अर्थ यही जानती है।<br /><br />कहानी बहुत रोचक लग रही है!रचना त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/12447137636169421362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-83113495215466367312014-07-22T21:40:00.018-07:002014-07-22T21:40:00.018-07:00अभी लगातार तीनो खण्ड पढ़े। क्या शानदार पठनीय पोस्...अभी लगातार तीनो खण्ड पढ़े। क्या शानदार पठनीय पोस्ट है ,वाह .डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-45577628229274921362014-07-22T21:08:33.804-07:002014-07-22T21:08:33.804-07:00मन उद्वेलित हुआ , जीवन कितनी बातों से घिरा रहता है...मन उद्वेलित हुआ , जीवन कितनी बातों से घिरा रहता है .... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-29901301104921915112014-07-22T19:31:08.185-07:002014-07-22T19:31:08.185-07:00बहुत सुन्दर।
जीवन्तता अन्त तक बनी रही पोस्ट में।बहुत सुन्दर।<br />जीवन्तता अन्त तक बनी रही पोस्ट में।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-21211259162337340912014-07-22T18:58:23.207-07:002014-07-22T18:58:23.207-07:00रोचकता बनी हुई है रोचकता बनी हुई है P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-7168509778687800832014-07-22T16:51:48.695-07:002014-07-22T16:51:48.695-07:00आज तीनो खण्ड पढ़े -अच्छी चल रही है कथा.सैनिकों के ...आज तीनो खण्ड पढ़े -अच्छी चल रही है कथा.सैनिकों के कठोर जीवन को अपनत्व के ये सूत्र स्निग्ध कर देते हैं .स्मृतियाँ की मिठास और संबंधों का अपनत्व उन्हें साधता है -विषम जीवन में यही एक सहारा ! <br />अंतर को उद्वेलित कर प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7676889437502455189.post-16507929032756399232014-07-22T11:52:58.271-07:002014-07-22T11:52:58.271-07:00सैनिकों के जीवन में छुट्टियाँ उनकी पूरी एक उम्र हो...सैनिकों के जीवन में छुट्टियाँ उनकी पूरी एक उम्र होती है। कब जाने कौन सी छुट्टी उनके जीवन की आखिरी हो जाए , उस छुट्टी के बाद कभी लौट नहीं पाए जीवन। हर जवान जी लेना चाहता है उन पलों को यादगार लम्हों की तरह।<br />कहानी रोचक है विभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.com