ज्ञानवाणी
दिल दिमाग की रस्साकशी
बुधवार, 19 जुलाई 2023
पाँव के पंख- एक दृष्टि
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पंख होते तो उड़ आती रे... कितनी सुंदर कल्पना है न. पाँव में ही पंख लग जाते तो उड़े चले जाते जागती आँखों से सपनों सी लगती वास्तविक दुनिया में भ...
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सोमवार, 26 जुलाई 2021
जीवन-माया
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जब माँ थीं तब छोटी छोटी पुरानी चीजें सहेज लेने की उनकी आदत पर सब बहुत खीझा करते थे. अनुपयोगी वस्तुओं का अंबार हो जैसे... दादी तो खैर उनसे भ...
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गुरुवार, 24 जून 2021
लक्ष्मण को आवश्यक है राम जैसा भाई...
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रामायण /रामचरितमानस में श्रीराम द्वारा स्वयंवर की शर्त पूरी करने के लिए धनुषभंग करने के वृतांत से कौन परीचित न रहा होगा. धनुष तोड़ दिये जा...
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गुरुवार, 10 जून 2021
विकट समय में स्वाभिमानी एवं स्वावलंबी के प्रति जवाबदेही किसकी....
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लॉकडाउन शुरू होने के एक दो दिन पहले पतिदेव के पास एक अनजान व्यक्ति का फोन आया कि उसे अर्जेंट धन की आवश्यकता है. यह बहुत अप्रत्याशित था क्य...
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शनिवार, 5 जून 2021
खजांची बाबू का पेड़...
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बिहार के एक छोटे से गाँव में थी हमारी आधुनिक कॉलोनी परंतु पर्यावरण के मापदंडों पर खरी उतरती. जैसेा सामान्य तौर पर घर होते थे - हर घर (मक...
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