नहर के गणेशजी, जयपुर
आम मान्यता से उलट उल्टा स्वस्तिक
मगर जब जयपुर के ' नहर के गणेश' में दीवार पर बड़ी संख्या में उल्टे स्वस्तिक अंकित देखे तो बहुत अजीब लगा. जिज्ञासा हुई कि आखिर इतने लोग गलती कैसे कर सकते हैं. क्या किसी ने टोका नहीं होगा!!
पड़ताल में सामने आई यह जानकारी कि यहाँ लोग जानबूझ कर उल्टा स्वस्तिक बनाते हैं. किसी कार्य के पूर्ण होने की मान्यता लेकर उल्टा स्वस्तिक बनाते हैं और जब वह कार्य पूर्ण हो जाये तब वही व्यक्ति वापस आकर सीधा स्वस्तिक बनाता है. विशेष रूप से अविवाहित युवक/युवती विवाह की मन्नत कर उल्टा स्वस्तिक बनाते हैं और विवाह के पश्चात जोड़े सहित सीधा स्वस्तिक अंकित कर आभार प्रकट करते हैं.
बताया जाता है कि तांत्रिक क्रियाओं से प्राप्त भस्म से बनाई गई यह गणेश प्रतिमा लगभग 177 वर्ष पूर्व दक्षिणाभिमुख स्थापित की गई थी. इस गणेश प्रतिमा की सूंड का दाहिनी तरफ होना भी इसकी एक विशेषता है.
जब गूगल पर उल्टे स्वस्तिक के बारे में खोज खबर ली तो मध्यप्रदेश के महेश्वर में लगभग 900 वर्ष पूर्व स्थापित गोबर के गणेश जी के यहाँ भी मन्नत माँगते समय उल्टा स्वस्तिक बनाने की प्रथा की जानकारी प्राप्त हुई....
लगभग सभी गणेश मंदिरों अथवा हनुमान मंदिरों में सिंदूर के रंग में पुती विशेष दीवार होती है ताकि स्थान- स्थान पर सिंदूर लगाकर मंदिर का स्वरूप न बिगाड़ा जाये मगर अनुशासन तो हम भारतीयों के संस्कार में ही नहीं है. मंदिर प्रशासन के सतर्क करते आदेशों/प्रार्थनाओं पर भक्तों की विशेष श्रद्धा हमेशा ही भारी पड़ती है.
मेरे विचार से लोगों में ज्ञान और सावधानी की कमी के कारण होता है ऐसा
जवाब देंहटाएंमैंने बीसों पढ़े लिखे लोगों को ॐ को ऊं लिखने के कारण टोक कर सही ॐ लिखना बताया
अच्छी जानकारी
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (20-01-2019) को "अजब गजब मान्यताएंँ" (चर्चा अंक-3222) पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
उत्तरायणी-लोहड़ी की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 20/01/2019 की बुलेटिन, " भारत के 'जेम्स बॉन्ड' को ब्लॉग बुलेटिन का सलाम“ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
जवाब देंहटाएंअच्छी जानकारी.
जवाब देंहटाएंरोचक तथ्य.
स्वागत है- ठीक हो न जाएँ
रोचक तथ्य, स्वस्तिक उल्टा हो या सीधा, श्रद्धा सदा सीधी ही होती है..
जवाब देंहटाएंरोचक जानकारी पर शायद मन को मजबूत करने के लिए ऐसा कर सकते हैं।
जवाब देंहटाएंअनूठी जानकारी।
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जवाब देंहटाएंInternet Day - Internet Ki Jankari Hindi Me
जवाब देंहटाएंawesome sir keep it up iAMHJA
जवाब देंहटाएंबहुत खूब ..
जवाब देंहटाएंअद्भुत लेख!
Hindi Panda
thank for share with us
जवाब देंहटाएंsharing is caring
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जवाब देंहटाएंnice post thanks!
जवाब देंहटाएंlifestyle matters
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जवाब देंहटाएंreally like it.
जवाब देंहटाएंhindi shayari
yah hindi me kahaniyan aapko jaroor padhni chahiye, jo moral ke saath saath entertaining bhi hain.-
जवाब देंहटाएंreal ghost stories in hindi with images
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