गुरुवार, 7 जुलाई 2011

देहदान करने वालों, सावधान !

मैं नहीं लिख रही कुछ ...सिर्फ ये लिंक ही देख लें ...


देहदान महादान है ...
पढ़ते आये सुनते आये ...
देखें यहाँ

अब देख ले यहाँ भी ....

16 टिप्‍पणियां:

  1. deh daan

    iska matlab kewal deh kaa daan nahin samjhaa jaana chahiyae

    aur yae kisnae kehaa ki manushya ki chamdi kisi kaam nahin aatee

    dermatologist kae liyae bhi body chahiyae

    deh daan karkae kayii baar ham apni body medical mae padhnae vaalae chahtro kae liyae bhi daan kartey haen

    its symbolic to say dehdaan

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  2. देह दान को लेकर कोई भ्रान्ति मन में ना लाये . खुद भी जागरूक हो दूसरो को भी करे

    http://mypoeticresponse.blogspot.com/2011/07/blog-post_08.html

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  3. @ यह पोस्ट भ्रान्ति फ़ैलाने के लिए नहीं , बल्कि जागरूक करने के लिए ही लिखी गयी है ताकि देहदान करने वाले इसकी उपयोगिता को सुनिश्चित कर ले , प्रशासन पर देहदान के सही उपयोग के लिए दबाव बनाये !

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  4. yahii maene bhi kehaa haen apni post par jismae aap kaa blog kaa link bhi haen

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  5. यह साब आंखें खोलने के लिए बहुत ज़रूरी है जानना।

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  6. ओह , दान तो सराहनीय था ..पर उस देह को संभालने की ज़िम्मेदारी सही रूप से नहीं निबाही गयी .. ऐसी व्यवस्था पर शर्म ही आ सकती है .

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  7. तंत्र/व्यवस्था में अव्यवस्था न हो...यह हो सकता है...???

    दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है यह...और क्या कहा जाय...

    खैर,अपना काम मानवता के हित में सोचना और अपने भर जो कर सकते हैं, करना है...

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  8. ओह तो यह मृत्योपरांत देहदान की बात है -सिम्पली नाट इंटेरेस्टेड !

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  9. डॉक्टर रामेश्वर शर्मा वाला समाचार मैने भी पढा था। यहाँ अमेरिका में आप अपना ड्राइवर्स लाइसेंस (जोकि आपका समग्र परिचय पत्र भी होता है) बनवाते समय ही अपने देह/अंग दान में रुचि बताते हैं और यदि इच्छुक हैं तो उस पर स्पष्ट शब्दों में ऑर्गन डोनर लिखा रहता है। मृत्यु की स्थिति में जितने अंग प्रत्यारोपण के लिये उपयुक्त पाये जाते हैं उनका प्रत्यारोपण हो जाता है व अन्य अंग/शरीर शोध आदि के लिये प्रयुक्त होते हैं। डॉ. शर्मा के शरीर जैसे गति से बचाने के लिये अधिकांश अस्पतालों से सम्बद्ध अंग-बैंक जैसी संस्थायें हैं और अंगों की प्रतीक्षा में बैठे व्यक्तियों की एक राष्ट्रव्यापी सूची भी।

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